
कल समझाईस देकर मुक्त कराया बेजा कब्जा आज हुआ फिर से कब्जा





चांपा शहर में शून्य नजर आ रही पुलिस की भूमिका
समझाईस का नहीं पड़ा असर, स्थिति जस की तस
चांपा। बीती रात ट्रैफिक प्रभारी प्रदीप जोशी के साथ चांपा पुलिस और नगर पालिका को टीम ने रोड किनारे दुकानों के बाहर समानों को निलकने वालो को समझाइस दी थी की अपना सामान तय दायरे में ही रखे अन्यथा दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी । और कुछ का तो बेजा कब्जा हटवा भी दिया गया था परंतु पुलिस प्रशासन एवं नगरीय प्रशासन के समझाइस का नही हुआ कोई असर वर्तमान में स्थिति जस की तस नजर आ रही है। क्या जनता पर पुलिस की भूमिका शून्य हो गई है। इसी वजह से जनता अपनी मनमर्जी करने में लगी हुई है। समझाने पर मानने को तैयार नहीं हो रही है।
आपको बता दे की चांपा के प्रवेश द्वार से ही बेजा कब्जा का दौर चालू हो जाता है जहां नियत स्थान में दुकान होने के बावजूद दुकानदारों द्वारा अपना सामान बाहर निकाल कर रखा जाता है जिससे आवागमन बाधित हो जाता है जिससे आम जनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक दूसरे की देखम देख सामान आगे बढ़ने का दौर जारी रहता है जिससे परेशानी बढ़ती जाती है।
बरसो से था यात्री प्रतीक्षालय में कब्जा
आपको बता दे की चांपा के प्रवेश द्वार या चांपा से बाहर जाते वक्त आजाद चौक जो बेरियल चौक के नाम से जाना जाता है । यहां पर प्रकाश इस्डस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा आवागमन की सुविधा के लिए आम जनों के लिए यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य कराया गया था । परंतु यहां पर एक दुकानदार द्वारा कब्जा कर फल दुकान खोल कर अपनी दुकानदारी संचालित कर रहा है। बीती रात ट्रैफिक पुलिस के प्रभारी ने स्थानीय पुलिस और नगरिया प्रशासन को बुलाकर इस जगह को बेजा कब्जा मुक्त करवा दिया था परंतु मामला जैसे रात गई बात गई जैसी नजर आ रही क्योंकि की सुबह से ही पुनः उस स्थान पर दुकान खोल कर प्रशासन की दी गई समझाइश को खुली चुनौती दे दी गई है। यहां के दुकानदारों की स्थिति ज्यों कि त्यों नजर आ रही है। आज भी लोगो ने अपने समान तय सीमा से बाहर निकाल कर रखा हुआ है।