सांस्कृतिक पुनरुद्धार की प्रतिमूर्ति थी अहिल्याबाई होल्कर- हर्षिता पाण्डेय

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सांस्कृतिक पुनरुद्धार की प्रतिमूर्ति थी अहिल्याबाई होल्कर- हर्षिता पाण्डेय

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जांजगीर चांपा।  रानी अहिल्याबाई भारत की सांस्कृतिक जागरण एवं सनातन विचारों के साथ गरीबों असहायों की सेवा की जीवंत प्रतिमूर्ति थी।   कठिन चुनौतियों और विषम परिस्थितियों के बीच भी रानी अहिल्याबाई होलकर अडिग रहीं और जनसेवा में निरंतर सक्रिय रहीं.  रविवार को जिला भाजपा कार्यालय जांजगीर में रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आयोजित कार्यशाला में बोल रही थी. भाजपा नेत्री हर्षिता पाण्डेय ने कहा कि बचपन से ही उनकी भगवान शिव में गहरी आस्था रही. उन्होंने अपने 30 वर्षों का शासन भगवान शिव की आज्ञा मानकर चलाया. उन्होंने  कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर (जिसे मुगलों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था) का पुनरुद्धार कराया. 16 करोड़ की निजी संपत्ति से उन्होंने सनातन धर्म के चारों धाम, सात पुरी और 12 ज्योतिर्लिंगों का जीर्णोद्धार कराया. वेद विद्वानों की नियुक्ति की और शास्त्रों के मनन चिंतन की व्यवस्था की.आगे भाजपा महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि रानी अहिल्याबाई ने न्याय, समाज सुधार और महिला सशक्तीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किये. रानी ने अपने शासन में सख्त दहेज विरोधी कानून बनाये, बिना संतान वाली विधवाओं की संपत्ति राज्य द्वारा जब्त करने की नीति समाप्त की. विधवाओं को बच्चा गोद लेने की स्वतंत्रता दी. विधवा पुनर्विवाह को नैतिक समर्थन दिया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी भी रानी अहिल्याबाई के मार्ग का अनुसरण करते हुए कार्य कर रहे हैं – कमलेश जांगड़े
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जांजगीर चाम्पा लोकसभा सांसद कमलेश जांगड़े कहा कि पुण्यश्लोका अहिल्याबाई का जीवन प्रेरणादायी है और पार्टी ने अनुभव किया कि यह प्रेरणा जन-जन तक पहुंचे इसलिए इस कार्यक्रम की रचना हुई। अहिल्याबाई ने अपने काल में जो कार्य किए वह हमारा समाजिक सद्गुण है और प्रधानमंत्री श्री मोदी भी उसी मार्ग का अनुसरण करते हुए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महारानी अहिल्याबाई, बेटी, पत्नी, बहु, मां, शासक, प्रशासक के तौर पर जिस संवेदना और निष्पक्ष न्यायप्रियता के साथ अपने रिश्तों का निर्वहन किया, वह अद्भुत था। रिश्तों की मर्यादा का पालन करने में वे जितनी कुशल थीं युध्द कौशल भी उनका अप्रितम था। श्रीमति जांगड़े ने अहिल्याबाई जयंती के निमित्त आयोजित कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर व्यवस्था संबंधी मार्गदर्शन भी किया।

सुशासन की सटीक अवधारणा रानी अहिल्याबाई ने साकार किया – चंदेल

अहिल्याबाई जयंती कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक नारायण चंदेल ने कहा कि बीजेपी छत्तीसगढ़ द्वारा महारानी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के निमित्त 21 से 31 मई तक कार्यक्रम किए जाएंगे। पिछले दिनों 9 मई को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यशाला हुई थी। जिसमें पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारी का मार्गदर्शन मिला था। इस कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए श्री चंदेल ने कहा कि 57 साल तक कांग्रेस के शासनकाल में भारतीय इतिहास को तोर मरोड़ कर प्रस्तुत किया और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के इतिहास को उसके एकदम सही परिपेक्ष्य में प्रस्तुत करने का संकल्प व्यक्त किया। सुशासन की सटीक अवधारणा रानी अहिल्याबाई ने साकार किया। श्री चंदेल ने कहा कि इन कार्यक्रमों में सर्व समाज की सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
जिलाध्यक्ष अंबेश जांगड़े ने ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर शक्ति स्वरूपा मां थी. भारत की नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण थीं. रानी अहिल्याबाई होलकर सर्व समाज की मां थीं. इसलिए इनकी 300वीं जन्म जयंती को सर्व समाज के साथ मनाते हुए इनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लें. उन्होंने आगे के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार 21 व 22 मई को सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। 23 और 24 मई को मंदिरों की सफाई की जाएगी। 25 और 26 मई को महाविद्यालय स्कूलों व छात्रावासों में गोष्ठी-परिचर्चा के कार्यक्रम होंगे। 26 और 27 मई को मंडल इकाइयों के स्तर पर गोष्ठी व परिचर्चा रखी जाएगी। 28 मई को जनपद मुख्यालयों, 29 मई को नगर पंचायतों एवं 30 मई को नगर पालिकाओं के स्तर पर गोष्ठी परिचर्चा व महिला सम्मान समारोह के कार्यक्रम होंगे। इन सभी कार्यक्रमों के जरिए अहिल्याबाई के संपूर्ण व्यक्तित्व व कर्तव्य विस्तार से जन-जन तक पहुंचना है। श्री जांगड़े ने तिरंगा यात्रा, नगरीय क्षेत्र में सिंदूर यात्रा, एक देश एक चुनाव, और अन्य संगठनात्मक विषयों पर भी मार्गदर्शन किया

महारानी अहिल्याबाई के सुशासन और कर्त्तव्यपरायणता, सांस्कृतिक धरोहर और विरासत को कांग्रेस ने देश से छिपाने का काम कियागुलाब चंदेल

कार्यक्रम के जिला संयोजक गुलाब चंदेल ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस शासनकाल के दौरान यह शिगूफा छोड़ा गया कि देश की आजादी कांग्रेस ने दिलाई। कांग्रेस इस झूठे नैरेटिव को सेट कर शासन किया। यही झूठा नैरेटिव कांग्रेस अब ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेट कर रही है। महारानी अहिल्याबाई के सुशासन और कर्त्तव्यपरायणता, सांस्कृतिक धरोहर और विरासत को कांग्रेस ने देश से छिपाने का काम किया। इन तथ्यों से देश को अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह शक्ति की आराधना है। रानी अहिल्याबाई के सुशासन को आत्मसात करने का यह अवसर है। रानी अहिल्याबाई के शासनकाल में सामाजिक सरोकारों से जुड़े अनेक कार्य किए। मंदिरों का निर्माण कर मालवा राज को सुरक्षित और विकसित करने के काम किया। शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य किये। आज यह सभी कार्य हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं।  उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन सहित पार्टी के अनेक कार्यक्रम साथ-साथ चल रहे हैं। जिसमें अपनी सक्रियता के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ता रानी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व और कर्तव्य से देश को अवगत कराने में पूरी प्रामाणिकता के साथ जूटें कार्यशाला मे जिला पंचायत अध्यक्ष सत्यलता मिरी पूर्व सांसद कमला पाटले दिनेश सिंह कार्तिकेशवर स्वणकार प्रदीप शराफ कमल देवांगन राजशेखर सिंह नंद चौधरी रमेश वैष्णव अभिमन्यु राठौर उपस्थित थे कार्यशाला का संचालन कार्यक्रम की सहसंयोजक रजनी साहु व धन्यवाद आभार नंदनी रजवाड़े ने किया।

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