
चांपा और आसपास का क्षेत्र बना मवेशियों का कब्रगाह,अवैध राखड़ डंपिंग बना मवेशियों के लिए जानलेवा, प्रशासन मौन
जांजगीर चांपा। चांपा शहर और आसपास के क्षेत्रों में मवेशियों की लगातार हो रही मौत ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। सिवनी चौक क्षेत्र में बीते 4 दिनों से कई मवेशी अवैध राखड़ डंप में फंसा हुआ है, जिसे गौ सेवक रेस्क्यू करने का प्रयास कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि यह पहली घटना नहीं है — इलाके में हो रही अवैध राखड़ डंपिंग के चलते अब तक दर्जनों मवेशियों की जान जा चुकी है। बावजूद इसके, प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।गौ सेवकों ने बताया कि अब तक सैकड़ों मवेशियों को डंपिंग एरिया से निकाल कर बचाया गया है। लेकिन हर दिन नए मवेशी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
अवैध राखड़ पटाई से न सिर्फ जानवरों की मौत हो रही है, बल्कि इलाके में रहने वाले लोगों की सेहत पर भी खतरा मंडरा रहा है। बिना किसी अनुमति के यह डंपिंग खुलेआम की जा रही है, जिससे राखड़ माफिया और प्लॉट मालिकों को मोटा फायदा हो रहा है।प्रशासन की आंखों में झोंकी जा रही धूल स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि प्रशासन को सब कुछ पता होने के बावजूद कार्रवाई न होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रयास गौ सेवा संस्था ने सुचना मिलते ही गौ सेवा के लिए आगे आते हुए 10 घंटे की कड़ी मसकत के बाद रेस्क्यू कर रखड़ में फंसी गायों की जान बचाई जिसके लिए नगर में सभी तरफ उनकी सहराना हो रही है। तो वही संस्था के पवन यादव ने बताया कि विगत कई वर्षों से हम और हमारी संस्था निस्वार्थ भाव के गौ सेवा करते आ रही है और हमें सूचना मिली कि रोड के पीछे खेत पर 4 दिनों के गाय फंसी हुई है जा कर देखने पर पता चला कि खेतों पर राखड़ पाट देने के बाद पूरी तरह से शासन के निर्देशों के परिपालनों को दरकिनार करने की वजह से ऐसे हसदे होते है । फिलहाल तो गायों को सुरक्षित निकल लिया गया है तो वही आगे उन्होंने बताया कि हमारी संस्था गौ सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और निस्वार्थ भाव के गौ सेवा करते आ रही है और आगे भी निरंतर अपना कार्य करती रहेगी।



