




—भाग 2
अवैध महुआ शराब की बिक्री को लेकर हमारे द्वारा लगातार सामाचार प्रकाशित की जा रही है आइए जानते है भाग संख्या 2 में आगे की कहानी
जांजगीर-चांपा/सक्ती — जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र
लोहराकोट में नशे का जाल, अवैध महुआ शराब की खुलेआम बिक्री जारी
सक्ती जिले के जैजैपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लोहराकोट के युवा वर्ग तेजी से नशे की चपेट में आ रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि गांव व आसपास के इलाकों में अवैध महुआ शराब की बिक्री खुलेआम जारी है, जिसके चलते युवाओं में नशे का प्रचलन बढ़ता जा रहा है।
ग्रामीणों और सरपंच ने पुलिस अधीक्षक से की थी शिकायत
लोहराकोट आंचल के सरपंच एवं ग्रामीण प्रतिनिधियों ने इस अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस अधीक्षक के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में अवैध शराब बिकने के स्थानों और सप्लायरों की जानकारी भी दी गई। बावजूद इसके जमीनी स्तर पर कोई प्रभावी कार्रवाई दिखाई नहीं दे रही है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और निराशा का माहौल है।
प्रशासनिक चुप्पी सवालों के घेरे में
स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि प्रशासन की निष्क्रियता ने अवैध शराब कारोबारियों के हौसले बुलंद कर दिए हैं। ग्रामीणों का स्पष्ट आरोप है कि आबकारी विभाग की मिलीभगत या ढिलाई के कारण यह कारोबार फल-फूल रहा है।
जब मीडिया ने इस संबंध में अधिकारियों से जवाब जानने का प्रयास किया, तो उच्चाधिकारियों की चुप्पी ने नए प्रश्न खड़े कर दिए —
क्या वाकई विभाग की सह में यह खेल चल रहा है?
या कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है?
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विधायक बालेश्वर साहू ने इस संबंध में कहा:
“लोहराकोट सहित जैजैपुर क्षेत्र में नशे के बढ़ते मामलों की जानकारी मुझे मिली है। अवैध शराब की बिक्री किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैंने पुलिस विभाग और आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि तत्काल संयुक्त कार्रवाई कर जिम्मेदारों पर सख्त कदम उठाया जाए। यदि प्रशासन स्तर पर लापरवाही सामने आती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग करूंगा।”
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ग्रामीणों की मांग
स्थानीय निवासियों और अभिभावकों की मांग है कि प्रशासन अवैध शराब व्यापार पर त्वरित और कठोर कार्रवाई करे, नियमित निगरानी बढ़ाए और युवा पीढ़ी को नशे के जाल से बाहर निकालने के लिए जागरूकता अभियान चलाए।
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> यदि संबंधित विभाग और प्रशासन समय रहते स्थिति पर नियंत्रण नहीं करता, तो यह समस्या क्षेत्र के लिए गंभीर सामाजिक संकट का रूप ले सकती है।




