कोसाला लाइवलीहुड और सोशल फाउंडेशन द्वारा ताना बाना समारोह का आयोजन
कोसाला लाइवलीहुड औसोशल फाउंडेशन द्वारा ताना बाना समारोह का आयोजन
बुनकरों और कारीगरों के प्रतिभा का किया गया सम्मान
जांजगीर-चाम्पा। कोसाला लाइवलीहुड एंड सोशल फाउंडेशन (कोसाला) ने मंगलवार को हॉटल रंग महल होटल में ताना बाना समारोह की मेजबानी की। इस विशेष कार्यक्रम में कोसाला के बुनकरों और कारीगरों की असाधारण प्रतिभा और समर्पण को सम्मानित किया, साथ ही प्रकाश एकला और एकजुटता के प्रतीक दिवाली की खुशी की भावना को भी अपनाया।इस कार्यक्रम में बुनकरों, रंगरेजों और कोसा सूत निर्माताओं सहित कोसालय समुदाय के प्रमुख सदस्यों को एक साथ लाया गया। जिन्हें कोसा कला में उनके अमूल्य योगदान के लिए पहचाना गया। इन कुशल कारीगरों को स्पेशलिटी एल्यूमिनास के अध्यक्ष और सीईओ और उत्कल एलुमिना, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के बिजनेस हेड और कोसाला लाइवलीहुड एंड सोशल फाउंडेशन के निर्देशक सौरभ खेडेकर द्वारा विशेष स्मृति चिन्ह भेंट किए गये। कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। जिनमें एस. के कोल्हेकर, उप संचालक, छतीसगढ़ राज्य रेशम उत्पादन रायपुर, आरएस गोखले सहायक संचालक, बुनकर सेवा-रायगढ़, डॉ. अशोक कुमार, केंद्रीय रेशम बोर्ड-बिलासपुर, शिशिर मिश्रा संयुक्त अध्यक्ष, केमिकल कॉरपोरेट हिंडाल्कोज, प्रेम कुमार सिंह, मानव संसाधन प्रमुख, गारे पात्या कोल माइल, हंडाल्को इंडस्टीज, सुसंत कुमार गुरु, सलाहकार कोसाला लाइवलीहुड एंड सोशल फाउंडेशन उपस्थित थे। कार्यक्रम में कोसा बुनाई के सांस्कृतिक महत्व पर भी प्रकाश डाला गया।
जिसमें पराने के प्रसिद्ध कथक प्रतिपादक मौलवी सिंह द्वारा शानदार कथक नृत्य प्रदर्शन किया गया। जिसने अपनी सुंदर कानात्मकता से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।