चांपा। आज आंवला नवमी के पावन अवसर पर ब्राह्मण महिला संगठन चांपा के द्वारा आंवला पूजन किया गया और ब्राह्मण महिलाओ ने पूर्व चयनित पकवान बना कर लाए उसे आंवला में भोग लगाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। आज के दिन पूजन, दान, आंवला की परिक्रमा अक्षय पुण्य कर्म होता है।शास्त्रीय विधान माता लक्ष्मी जी ने आंवला की प्रथम पूजन की। आदि शंकराचार्य जी ने महिला की दिनहिन दशा को देखकर आज ही के दिन आंवले वृक्ष के निचे कनकधारा स्तोत्र का पाठ किया और जिससे दिन महिला के घर में सोने की वर्षा होने लगी थी इसलिए आखानवमी भी कहा जाता है।कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती राजश्री दीवान, पद्मा शर्मा, वंदना पाण्डेय
सुनीता दीवान, शैल तिवारी,संगीता तिवारी, इन्द्राणी शर्मा, वंदना शर्मा,निशा पाण्डेय, अंबे शर्मा, रजनी शर्मा, प्रेमलता पाण्डेय अनुभा शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।