





आम रास्ते को बंद करने पर रेलवे प्रशासन और स्थानीय नेताओं में बात नही बनने पर हुआ चक्का जाम
चांपा। आज सुबह चांपा रेलवे स्टेशन में माहौल देखने लायक बन गया था। जिसकी वजह से जमकर रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन जमकर किरकिरी देखने को मिली। आपको बता दे की रेलवे स्टेशन के समीप कई महौल्ले बसे हुए है जहां पर भारी मात्रा में लोग रहते है और तो और महोल्ले में आने जाने के लिए रेलवे की जमीन का इस्तेमाल कई दशकों से किया जा रहा है परंतु अचानक रेलवे प्रशासन की नींद खुली और रेलवे ने ठीक स्टेशन के सामने वाले आम रास्ते को अवैधानिक बताने हुए आम रास्ते को बंद करने का आदेश जारी कर दिया बात यही नहीं रुकी ठीक दिए गए समय के बाद रेलवे विभाग अपने प्रशासनिक टीम को लेकर कार्यवाही कर आम रास्ता जो की रेलवे की नजरो मे अवेध नजर आया उसको बंद करने के लिए दल बल के साथ उपस्थित हो गए। जिसके बाद शुरू हुआ तमाशा एक और रेलवे की ओर से आए जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्मचारियों से रास्ते में दीवाल उठाने का कार्य प्रारंभ कर दिया तो वही पीछे महोउल्ले में रहे वाले लोग मूक दर्शक बने देखने लगे परंतु उनका मन अंदर ही अंदर गुस्से से भरा हुआ था। अब इधर दीवाल कुछ अपर उठी ही थी की वहा रहने वाले लोगो का गुस्सा फुट पड़ा और छोटे बड़े बच्चे और बूढ़े लोग स्थानीय नेताओं के साथ रोड पर लामबंद तरीके से चक्का जाम करने लगे जिसके बाद सूचना पाकर स्थानीय प्रशासनिक टीम मौके पर उपस्थित होकर मामले को संज्ञान में लेते हुए रेलवे प्रशासन से बात करी जिसके बाद दोनो के बीच सामंजस्य बनाते हुए इस आम रास्ते को रोकने पर तुरंत कार्यवाही न करने की बात कही जिसपर कार्य को रोका गया ।तो वही आधे खड़े हो चुके दीवाल को स्थानीय रहवासी लोग तोड़ते हुए पुनः आम रास्ते के लिए खोल दिया ।
चक्का जाम से अवमान हुई प्रभावित
आज सुबह रेलवे प्रशासन के अव्यस्थित रवेये को लेकर जन आक्रोश होना प्रारभ हो गया था जिसमे वहा पर रहने वाले लोगो ने भाजपा नेताओं के साथ मिलकर चक्का जाम कर दिया जिसके बाद आवागमन बाधित हो रहा था जिसमे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा ।क्योंकि यह से गुजरने वाले लोगो को उस स्थान से निकलने के लिए कड़ी मसाकत करने पड़ी जो आम जनों के लिए मुसीबत बन गई थी परंतु स्थानीय प्रशासन ने मुस्तादेदी से लगा हुआ था। चक्का जाम में बूढ़े जवान और बच्चे भी बैठे हुए थे।
भाजपा के नेताओ का मिला स्थानीय लोगो को सहयोग
वो कहते है न की भगवान के घर देर है पर अंधेर नही
इस बातों की चरितार्थ करते नजर आए पूर्व पार्षद गणेश श्रीवास । सैकड़ों वर्षों से उपयोग होने वाले रास्ते पर रेलवे द्वारा बंद करने का कार्य आधा हो चुका था जिसके बाद पूर्व पार्षद गणेश श्रीवास अपने साथियों से साथ मौके पर पहुंचे जिसके बाद मोहल्ले वासियों की व्यथा को जानकर रेलवे प्रशासन के साथ भीड़ गए और साथ ही नारे बाजी करते हुए चक्का जाम करने बैठ गए जिसके बाद स्थानीय प्रशासन की दखलंदाजी कर मामले को समझौते पर लेकर आए।
गणेश श्रीवास ने कहा कि हम यहां की जनता है के बीच में से एक है और यहां रहने वाले लोगो से साथ कुछ भी गलत होने नही देंगे मैं इनके साथ हमेशा खड़ा मिलूंगा और वही आम रास्ते को लेकर बताया की पूर्व में रेलवे के द्वारा इस रास्ते को आम रास्ता घोषित किया जिसके बाद आज उनके ऐसा करना गलत है जिसके मैं पुरजोर विरोध करता हूं।
गिरी पर्वत की तरह अडिग रहे : गिरीश
रेलवे द्वारा आम रास्ते को बंद करने की खबर पाते ही मौके पर पहुंचे गिरीश मोदी और रेलवे प्रशासन के इस कृत्य के भरपूर विरोध किया और इस बात को लेकर आखरी तक अडिग बने रहे । गिरीश मोदी ने बात–चीत के दौरान अपनी बात रखते हुए बताया की रेलवे के उच्चाधिकारियों को जनता के बीच उपस्थित होकर उनकी समयाओ का जायजा लेकर उसका हल करने की सोचनी चाहिए न की बढ़ाने की।
मौके पर कांग्रेस नेता राजेश अग्रवाल एवं युवा नेता पंकज शुक्ला भी पहुंचे
मौके पर उपस्थित होकर दोनो कांग्रेसी नेताओ ने रेलवे के इस कृत्य की घोर निन्दा करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया और रेलवे प्रशासन के उपस्थित अधिकारियों से बात करते हुए आम रास्ते को खोले देने की बात रखी बात यही नहीं रुकी इन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं को इस बारे में अवगत भी कराया जिसके बाद रेलवे के उच्च अधिकारियों से बात करते हुए आम रास्ते को खोल देने की बात कही जिसपर रेलवे ने आम रास्ते को खोल दिया। जिसमे पंकज शुक्ला ने बताया की यहां पर जो हुआ वो गलत है पर हम चांपा जी जनता के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलते हैं और हमेशा जनता के लिए समर्पित रहेंगे।