कहते हैं मां के अनेक रूप हैं और हर एक रूप की अलग ही महिमा है। नवरात्रि में मां के नौ रूपों की पूजा का बड़ा ही महत्व है। भारतवर्ष में नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। सभी माता की सेवा में लगे रहते है। चांपा नगर में भी मां के रूपों की स्थापना कर भक्त नौ दिनों तक सेवा करते नजर आ रहे है। आज सप्तमी में माता को सात्विक बली के रूप में नींबू की माला समर्पित की जाती है। इसी क्रम में रामबांधा न्यूज की टीम ने चांपा नगर के विभिन्न स्थानों में बिराजीं मां के मनोहारी रूपों का दर्शन कराने का सोचा। नगर के लगभग हर मोहल्ले में कहीं ना कहीं मां दुर्गा की स्थापना की गई है। जहां कोरबा रोड स्थित अग्रवाल सेवा संघ के द्वारा नगर का सबसे बड़ा पंडाल तैयार कर अनेक झांकियों के साथ मां दुर्गा की विशालकाय प्रतिमा ने भक्तों का मन मोह लिया है। वहीं चांपा नगर के मोहल्लों में छोटी छोटी पंडालें भी आकर्षक साज सज्जा के साथ तैयार की गई है। आईए माता के अनेक रूपों का दर्शन करें…
वहीं दुर्गा पंडालों में अष्टमी होने के कारण कुंवारी भोजन भी कराया गया। जहां सुबह से ही समिति के सदस्य पूरी तैयारियों के साथ मां दुर्गा को भोग लगाकर कुंवारी कन्याओं को भोजन प्रसाद खिलाया गया। मोहल्ले के सभी छोटी बच्चियों को बुलाकर सभी को कन्या भोजन कराया गया। समिति के सभी लोगों के द्वारा कन्या भोजन के बाद कन्या भोजन में पधारे सभी कन्याओं को स्वेच्छानुसार दान स्वरूप उपहार भी वितरित किया गया।
नवरात्रि में रात में होने वाले जगराता कार्यक्रम को देखने और सुनने लोगों का हुजुम चांपा नगर में उमड़ पड़ा है। नौ दिनों तक रात में होने वाले जगराता में बाहर से आए भजन सम्राट द्वारा लोगों के लिए भक्तिमय कार्यक्रम प्रस्तुत कर नगर में भक्ति का समां बांधा गया। आधी रात तक लोगों ने जगराता का आनंद लिया।
नवरात्रि पर्व में नौ दिनों तक सुबह से शाम तक कोई ना कोई सेवक सेवा देने लगा रहता है। माता जस का भी नौ दिनों तक बहुत महत्व हैं। जिसमें कई महिला पुरूष के ग्रुप भी सेवा देने पहुंचते है। वहीं उपासक के साथ महाराज भी मां दुर्गा के अखंड रूपों का मंगल पाठ भी करते नजर आते है।