
बालक प्राथमिक और बालक पूर्व माध्यमिक शाला सिवनी में समर कैंप का आयोजन, शिक्षको बच्चो को कराई विभिन्न प्रकार की गतिविधिया,
जांजगीर चांपा। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर एवं जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर चांपा के निर्देशानुसार बालक प्राथमिक और बालक पूर्व माध्यमिक शाला सिवनी, विकास खंड बलौदा में 20 दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में राज्य, जिला और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा जारी दिशा निर्देश अनुसार प्रतिदिन सुबह दो घंटे प्रभारी शिक्षक अशोक तिवारी व सहयोगी शिक्षको द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई गई। बीच – बीच में आमाराइट के द्वारा दी गई प्रयोजना कार्य को भी कराया गया। प्रमुख रूप से प्राथमिक स्तर में आर्ट एंड क्रॉप्ट में पौधे एवं जंतु के बारे में जानकारी ,पहेलियां इसी प्रकार पूर्व माध्यमिक स्तर में पेपर ओरीजेमी ,रचनात्मक लेखन,डायरी लेखन कराया गया। रस्साकस्सी और गणित में आकृति पहचान ,मानक अमानक इकाइयां,इबारती सवाल तथा उच्च प्राथमिक में संख्याओं का खेल,गणित पहली,मापन के बारे में गतिविधि के माध्यम से बताया गया। विज्ञान प्रयोगशाला के अंतर्गत मिट्टी के खिलौने बनाना,अपने शरीर को जानना, स्वच्छता और स्वास्थ्य भावनाएं तथा पूर्व माध्यमिक में फसल,अंतरिक्ष की जानकारी को समझाया गया। आसपास की दुनिया में समय प्रबंधन,यातायात,बाजार ,संचार और गांव का सर्वे ,सामाजिक संस्था, चुनाव प्रक्रिया और मानचित्र को समझाया गया। अंतिम सप्ताह में सांस्कृतिक गतिविधियां के तहत नाटक,कविता, कहानी वाचन कराया गया।प्रतिदिन बच्चों के एक्शन सांग के द्वारा शिक्षक अशोक तिवारी द्वारा गतिविधि कराई गई। अन्य कार्य में कागज से विभिन्न प्रकार की आकृति बनाना बताया गया। अजीम प्रेम जी द्वारा बताए गणितीय खेल कहानी को भी कराया गया आमाराइट के विषय पत्तियों की जानकारी, खेती के काम आने वाले औजार ,छत्तीसगढ़ी गहनों के नाम,घर और आसपास पाए जाने वाली वस्तुओं की जानकारी का प्रयोजना कार्य कराया गया। बीमारी से बचने के उपाय स्वयं के बारे में दस वाक्य लिखना, ये बच्चों ने बताया। खेल आधारित गतिविधि में भाषा ,गणित की समझ विकसित की गई। अंतिम समापन दिवस के अवसर पर बच्चों ने अपना अनुभव सुनाया प्रधान पाठक राजू देवांगन, शिक्षक अशोक तिवारी ने सभी बच्चों को कंपास, पानी बाटल, कापी देकर सम्मानित किए। प्रतिदिन बच्चों को नाश्ता भी दिया गया बच्चों ने कैंप को आनंददायक बताया ।